समझदारी से प्रेम करो। प्रेम एक योग्यता के रूप में। पहला भाग।
2 months ago
Personal Development
[100% OFF] समझदारी से प्रेम करो। प्रेम एक योग्यता के रूप में। पहला भाग।

अच्छे और विवेकपूर्ण जीवन की तलाश में।

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3 students
1h total length
Hindi
$0$19.99
100% OFF

Course Description

प्रेम सिर्फ़ एक भावना नहीं, सिर्फ़ एक निर्णय नहीं, और सिर्फ़ एक आदर्श नहीं है।

यह एक जटिल योग्यता है, जिसे हम जीवन भर सीखते हैं — और जिसका हमारे कल्याण, रिश्तों और चुनावों पर गहरा प्रभाव पड़ता है। कोर्स के इस भाग में, हम दो प्रमुख प्रश्नों पर ग़ौर करेंगे:

  • - प्रेम वास्तव में क्या है — मनोविज्ञान, तंत्रिका विज्ञान और संबंधों पर हुए शोध के दृष्टिकोण से?

  • - प्रेम मनुष्य की सबसे गहरी ज़रूरतों में से एक क्यों है — बचपन से लेकर वृद्धावस्था तक?

- प्रेम वास्तव में क्या है — मनोविज्ञान, तंत्रिका विज्ञान और संबंधों पर हुए शोध के दृष्टिकोण से?

- प्रेम मनुष्य की सबसे गहरी ज़रूरतों में से एक क्यों है — बचपन से लेकर वृद्धावस्था तक?

पाठ 1 आपको प्रेम की परिभाषा पर ही चिंतन के लिए आमंत्रित करता है — यह दिखाते हुए कि एक उत्तर के बजाय, इसके कई दृष्टिकोण मौजूद हैं: जैविक, सांस्कृतिक और भावनात्मक।

पाठ 2 प्रेम की आवश्यकता पर केंद्रित है, जिसे मानसिक स्वास्थ्य के एक मूलभूत पहलू के रूप में देखा जाता है, और यह आसक्ति सिद्धांत तथा अकेलेपन, बंधन एवं दीर्घायु पर हुए शोध के बीच एक सेतु बनाता है।

इस कोर्स का मार्गदर्शन राजीव मेहता कर रहे हैं – पर्सनैलिटी इम्प्रूवमेंट इंस्टिट्यूट के एक वर्चुअल मेंटॉर, जिन्हें शोधकर्ताओं और अभ्यासकर्ताओं (प्रैक्टिशनर्स) की एक टीम ने आपकी भाषा में ज्ञान साझा करने के लिए बनाया है।

यह आपकी उस यात्रा की शुरुआत है जिसमें आप प्रेम को एक ऐसी योग्यता के रूप में समझेंगे जिसे सम्मान, चिंतन और बिना किसी जल्दबाज़ी के विकसित किया जा सकता है।

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